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बुधवार, 16 अक्टूबर 2024

जब पालतू जानवर विद्रोह कर देते है..। एनिमल फार्म-एक विद्रोह की कहानी। Animal Farm | Book Summary |

 एनिमल फार्म- एक अनोखी विद्रोह की कहानी।


दोस्तों, आप सोचकर देखिए की कभी आपके पालतू जानवरों ने आपके खिलाफ क्रांति की तो क्या होगा? आपके साथ जो जानवर रहते है, उनकी आप देखभाल करते है, उनकी Care करते है। अगर वो आपसे नाखुश है और इस कारण वो स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ेंगे तो क्या होगा?
सोच के देखिए...!

आज ऐसी ही एक अजब कहानी को आप पढ़ेंगे, जिस में जानवर अपने लिए खेत के मालिक से लड़ते है और अपने आप को स्वतंत्र करते है। आज की किताब राजकीय टिप्पणी (Political Satire) की कहानी पर आधारित है, जिसमें जानवरों को इसका आधार बनाया है। जॉर्ज ऑरवेल द्वारा लिखित "एनिमल फ़ार्म" एक प्रसिद्ध राजनीतिक उपन्यास है जो 1945 में प्रकाशित हुआ था। यह उपन्यास एक रूपक (allegory) के रूप में लिखा गया है जिसमें लेखक ने सोवियत संघ में हुई रूसी क्रांति और उसके बाद के साम्यवादी शासन की आलोचना की है। इसमें एक फार्म की कहानी दिखाई गई है जहाँ जानवर विद्रोह करके इंसानों से सत्ता छीन लेते हैं, लेकिन अंततः वे खुद ही उन आदर्शों को धोखा देते हैं जिनके लिए उन्होंने संघर्ष किया था।

Apna Thought | Animal Farm |

प्रारंभिक स्थिति: जोन्स का फार्म (Starting position: Jones' form)

कहानी इंग्लैंड के एक फार्म, जिसे 'मैनर फ़ार्म' कहा जाता है, से शुरू होती है। इस फार्म का मालिक मिस्टर जोन्स है, जो एक क्रूर और लापरवाह व्यक्ति है। वह फार्म के जानवरों के साथ बुरा बर्ताव करता है, उन्हें पर्याप्त खाना नहीं देता और जरूरत से ज्यादा काम कराता है। जानवर, जोन्स के इस अत्याचार से परेशान हैं, लेकिन वे उसके खिलाफ कुछ करने में असमर्थ हैं।

पुराना मेजर का सपना (old major's dream)

एक रात, फार्म का सबसे पुराना और बुद्धिमान सुअर, जिसे 'ओल्ड मेजर' कहा जाता है, सभी जानवरों को इकट्ठा करता है और उन्हें अपने सपने के बारे में बताता है। मेजर का सपना एक ऐसी दुनिया का है जहाँ जानवर आजाद होंगे, उन्हें इंसानों से आजादी मिलेगी, और वे खुद अपना शासन करेंगे। वह सभी जानवरों को यह विश्वास दिलाता है कि इंसान उनका सबसे बड़ा दुश्मन है और जब तक इंसानों को हटाया नहीं जाएगा, जानवर कभी सुखी नहीं हो सकते। मेजर एक विद्रोह का प्रस्ताव रखता है, जिसमें सभी जानवर इंसानों को फार्म से निकाल बाहर करेंगे और फार्म को खुद चलाएंगे।

मेजर जानवरों को एक गीत भी सिखाता है, "बीस्ट्स ऑफ इंग्लैंड", जो विद्रोह का प्रतीक बनता है और जानवरों के अंदर क्रांति की भावना पैदा करता है। कुछ समय बाद, ओल्ड मेजर की मृत्यु हो जाती है, लेकिन उसके विचार जानवरों के बीच जीवित रहते हैं।

विद्रोह और एनिमलिज़्म का उदय (Rebellion and the rise of Animalism)

मेजर की मृत्यु के कुछ समय बाद, फार्म के जानवर जोन्स के खिलाफ विद्रोह करने का फैसला करते हैं। उन्हें सुअर स्नोबॉल और नेपोलियन द्वारा नेतृत्व मिलता है। ये दोनों सुअर क्रांति के विचारों को आगे बढ़ाते हैं और "एनिमलिज़्म (Animalism)" नाम की एक विचारधारा विकसित करते हैं, जो सभी जानवरों के समान अधिकारों और स्वतंत्रता पर आधारित होती है।

एक दिन, जब मिस्टर जोन्स अपनी लापरवाही की वजह से जानवरों को खाना देना भूल जाता है, जानवरों का गुस्सा फूट पड़ता है। वे फार्म पर हमला कर देते हैं, जोन्स और उसके आदमियों को फार्म से भगा देते हैं। इस विद्रोह के बाद, जानवर फार्म का नाम बदलकर "एनिमल फ़ार्म" रख देते हैं और अपनी सरकार स्थापित करते हैं।

फार्म के नए नियम तय किए जाते हैं, जिन्हें 'सात कमांडमेंट्स' के रूप में जाना जाता है। इन नियमों का मूल उद्देश्य यह है कि सभी जानवर समान हैं और इंसानों की तरह कोई भी जानवर किसी अन्य जानवर पर शासन नहीं करेगा।

स्नोबॉल और नेपोलियन का संघर्ष (Snowball and Napoleon's Struggle)

प्रारंभिक क्रांति के बाद, फार्म में दो प्रमुख नेताओं के बीच संघर्ष शुरू हो जाता है - स्नोबॉल और नेपोलियन। स्नोबॉल एक बुद्धिमान और दूरदर्शी सुअर है, जो जानवरों के लिए अच्छे भविष्य की योजना बनाता है। वह फार्म में पवनचक्की (windmill) बनाने का प्रस्ताव रखता है, जिससे फार्म में बिजली उत्पन्न होगी और जानवरों का जीवन बेहतर हो जाएगा।

दूसरी ओर, नेपोलियन ज्यादा सत्ता केंद्रित और चालाक नेता है। वह स्नोबॉल के विचारों का विरोध करता है और अपने लिए अधिक शक्ति हासिल करने की योजना बनाता है। एक दिन, नेपोलियन अपने प्रशिक्षित कुत्तों का उपयोग करके स्नोबॉल को फार्म से भगा देता है और खुद को एकमात्र नेता घोषित कर देता है।

नेपोलियन का शासन (Napoleon's rule)

स्नोबॉल के चले जाने के बाद, नेपोलियन फार्म पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लेता है। वह धीरे-धीरे जानवरों के लिए बनाए गए आदर्शों और कानूनों को तोड़ता है और खुद को एक तानाशाह के रूप में स्थापित करता है। फार्म में पवनचक्की का निर्माण शुरू होता है, लेकिन यह सिर्फ नेपोलियन की सत्ता को मजबूत करने के लिए होता है, न कि जानवरों के कल्याण के लिए।

नेपोलियन और उसके अनुयायी सुअर, स्क्वीलेर, जानवरों से यह कहकर मनमानी करते हैं कि वे फार्म के लिए सब कुछ कर रहे हैं। स्क्वीलेर लगातार झूठ बोलता है और अन्य जानवरों को धोखे में रखता है। धीरे-धीरे, नेपोलियन और अन्य सुअर फार्म के बाकी जानवरों से बेहतर जीवन जीने लगते हैं। वे इंसानों की तरह शराब पीते हैं, बिस्तर पर सोते हैं, और इंसानों के साथ व्यापार करने लगते हैं।

सात कमांडमेंट्स का पतन (Fall of the Seven Commandments)

नेपोलियन के शासन के दौरान, सात कमांडमेंट्स में धीरे-धीरे बदलाव आने लगता है। उदाहरण के लिए, जब सुअर बिस्तरों पर सोने लगते हैं, तो कमांडमेंट बदल दिया जाता है: "कोई जानवर बिस्तर पर नहीं सोएगा" को बदलकर "कोई जानवर चादरों वाले बिस्तर पर नहीं सोएगा" कर दिया जाता है।

इसी तरह, अन्य नियम भी नेपोलियन और सुअरों की सुविधानुसार बदल दिए जाते हैं। अंततः, सात कमांडमेंट्स का सार केवल एक नियम में बदल जाता है: "सभी जानवर समान हैं, लेकिन कुछ जानवर दूसरों से अधिक समान हैं।"

समापन और संदेश (closing and message)

कहानी के अंत में, फार्म के जानवर समझते हैं कि उनके हालात पहले से भी ज्यादा खराब हो गए हैं। सुअर, जिन्होंने इंसानों से विद्रोह किया था, अब उन्हीं की तरह व्यवहार कर रहे हैं। फार्म के अन्य जानवर गरीबी और भूख से जूझते रहते हैं, जबकि सुअर आराम से जीवन जीते हैं।

अंतिम दृश्य में, जानवर देखते हैं कि नेपोलियन और अन्य सुअर इंसानों के साथ बैठकर जश्न मना रहे हैं, और उनके व्यवहार में कोई अंतर नहीं रह गया है। जानवर खिड़की से देखते हैं और यह समझ नहीं पाते कि सुअर और इंसान में फर्क क्या है।


उपन्यास का प्रतीकात्मक महत्व (Symbolic significance of the novel)

"एनिमल फ़ार्म" एक सशक्त रूपक है जो राजनीतिक भ्रष्टाचार, सत्ता की भूख, और समाजवाद या साम्यवाद के आदर्शों के विफल होने पर टिप्पणी करता है। ऑरवेल ने इस कहानी के माध्यम से यह दिखाया कि कैसे एक क्रांति के आदर्श और सपने सत्ता में आने के बाद भ्रष्ट हो जाते हैं।

यह उपन्यास उस समय की सोवियत राजनीति पर आधारित है, विशेष रूप से जोसेफ स्टालिन के अधीन सोवियत संघ में जो हुआ था। स्नोबॉल, ट्रॉट्स्की का प्रतीक है, जबकि नेपोलियन स्टालिन का। दोनों नेताओं के बीच संघर्ष और सत्ता की लड़ाई को ऑरवेल ने फार्म के जानवरों की कहानी के माध्यम से बहुत ही सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया है।

"एनिमल फ़ार्म" यह दिखाता है कि कैसे सत्ता लोगों को भ्रष्ट करती है और क्रांति के बाद के नेता उन्हीं तरीकों का इस्तेमाल करने लगते हैं जिनके खिलाफ उन्होंने संघर्ष किया था। यह कहानी आज भी प्रासंगिक है और विभिन्न राजनीतिक व्यवस्थाओं और समाजों पर सटीक टिप्पणी करती है।

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   आशा करता हु आपको ये पोस्ट पसंद आया होगा। आगे भी किताबों की और मोटिवेशनल पोस्ट से आपको पढने को और जिंदगी में आगे बढ़ने को प्रेरित किया जाएगा। तब तक

पढ़ते रहिए, आगे बढ़ते रहिए।

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