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गुरुवार, 17 फ़रवरी 2022

सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु- सीख क्या मिली आपको? (Lesson From Sushant Singh Rajput Death)

सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु- सीख क्या मिली आपको? (Lesson From Sushant Singh Rajput Death)

सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु- सीख क्या मिली आपको? (Lesson From Sushant Singh Rajput Death)

Death- 14th June 2020
   सुशांत सिंह राजपूत के Death के बारे में तो आपको पता ही होगा, जो Bollywood का उभरता हुआ सितारा था। उसके मृत्यु के बाद अखबारों से लेकर News Channel तक सिर्फ वो ही नजर आ रहा है। 3 months के बाद भी तहकीकात पूरी नही हुई, लेकिन बात जो मृत्यु से शुरू हुई थी। वो फ़िल्म जगत के ड्रग्स कनेक्शन (Drugs connection in Bollywood Film Industry) तक पहुंच गई है। आज के इस लेख में ना तो हम सुशांत की मृत्यु का पता लगाने वाले है और नाही ड्रग्स के बारे में कोई बात करेंगे। जैसे आप ने heading पढ़ी होगी, उसी के अनुसार हमे क्या सीखना है इस घटना से उसके बारे में बात करेंगे। तो सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की घटना से सीख क्या मिली आपको (Lesson From Sushant Singh Rajput Death)?

सुशांत सिंग राजपूत के मौत का कारण(Sushant Sing Rajput ki maut ka reason)
  तो जैसे कि तहकीकात में बात सामने आई थी कि सुशांत सिंह राजपूत अकेले पड़ गए थे, उन्हें अपने Bollywood Carier को लेकर चिंता हो रही थी औऱ इसी अकेलेपन ने शायद खुदकुशी कर ली। इतने अच्छे Actor को ऐसा डर क्यों लगा होगा? जिसकी वजह से आम लोगो से लेकर VIP लोग भी सोच में हैं कि आखिर हुआ क्या? इतना अकेलापन क्यों? जिस इंसान  ने अपनी पिछली फिल्म छिछोरे(Chichhore Movie) में आत्महत्या ना करने की सीख दी आज वो ही ऐसे कदम उठाने पर मजबूर हो गया? दोस्तों इसका सीधा और Simple जवाब है कि अपने Future को लेकर ना-उमेद हो जाना, अपने आप को कम समझना या जो मुश्किल घड़ी आयी है उसमें से अपने आप को निकाल पाने को उम्मीद खो देना।



   दोस्तो, ना-उमेदी (Demotivate) इंसान कि हार का सबसे बड़ा कारण है। जीवन मे जीने की चाह, उम्मीद से आती है। अगर हम भविष्य की उम्मीद ही खो देंगे या फिर किसी काम मे सफलता की आशा को ही खो देंगे, तो फिर आप का सफल होना भी मुश्किल है और जीवन जीना भी। आपको आपके डर को हराना होगा, अपने हौसलो को बुलंद करना होगा। जो भी कारण हो आपकी उम्मीद खोने का उसे कैसे हम सुलझा सकते है,ये आपको ढूंढना होगा। हर Problem को सुलझाना मुमकिन नही है, ये तो हर कोई जानता है, तो करेंगे क्या?



कैसे निराशा को दूर रखें?(Kaise nirasha ko dur rakhe)-
   साथियों, अगर कोई बड़ी मुश्किल है, लाख कोशिशों के बावजूद आपको सुलझाने का रास्ता नहीं मिल पा रहा और अपने आप भी नही Solve हो रही है। तो ऐसे में थोड़ा आगे सोचिये, अगर जिसका डर है वो हो गया तो आगे के बारे में कुछ अलग रास्ता निकालिये। बेशक जीवन को खत्म करना ये रास्ता ना हो। क्योंकि जिंदगी एक खुबसूरत तौहफा है कुदरत का, जो हमे इंसान बनाया। हर किसी जीवित प्राणी के नसीब में ये नही था जो हमे मिला है। जैसे example लेते है, कोई office का target दिया है, तो उसे पूरा करने के बारे अलग अलग तरीके सोचो। फिर भी असफल रहे तो अगली बार और ज्यादा कोशिश करो। आपके सफल हुए सहकर्मियों से समझो। लेकिन बार बार कोशिशों के बाद भी असफल हुए और अगर निकल जाने का letter मिलता है , तो कोई और Job ढूंढ लेना। आपके सच्चे लगन से किये प्रयासों के बाद भी अगर असफलता आती है, तो जरूरी नही की खुद को कम समझे! हो सकता है आपका समय खराब हो या जो काम दिया है वो सच मे बहोत मुश्किल हो। लेकिन यहां पर आपको पता होता है को जो हुआ उसमे आपने आपका 100% दिया या नही। क्योंकि किसी को भी सफलता बेवजह, या मेहनत के बगैर नही मिलती।
   तो पढ़ने वालों से मेरी यही बिनती रहेगी की मुश्किलें कितनी भी हो हार मानना नही, उसमे से निकलने की राह ढूंढना और उसपर अमल कर के बाहर निकलना। किसी कारणवश असफल भी हुए तो आगे कुछ दूसरा प्रयास कर लेना । लेकिन जिंदगी को यू मायूसी में जीना, अपने आप मे कमी है कहकर हताश हो जाना या फिर जीवन को खत्म करना ये किसी भी तरह से सही फैसला नही है।

   आशा करता हु, जो मुझे बताना है वो अच्छे से मैंने समझाया होगा। अगर आपको अच्छा लगा तो आगे शेयर(Share) करे ताकि कोई एक भी इससे अपना भटका रास्ता फिर से पा लेगा तो लिखने का कार्य सफल हो जाएगा। अगर कुछ पसन्द ना आया तो उसके लिए क्षमा चाहता हु और आपके सुझावों की प्रतीक्षा करता हु।

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